टीम इंडिया की नैया डूबने का सबसे बड़ा कारण:इंटरनेशनल मैचों की जगह IPL को दी तरजीह, एक साल में पाकिस्तान हमसे दोगुना टी-20 खेला

पाकिस्तान की टीम ने टी-20 वर्ल्ड कप में शनिवार को स्कॉटलैंड के खिलाफ लगातार 5वीं जीत दर्ज कर सेमीफाइनल के लिए अपना स्थान पक्का कर लिया है। पाक टीम 10 अंकों के साथ टेबल टॉपर भी रहा। इसके साथ ही अब बाबर आजम की सेना को वर्ल्ड कप जीतने का प्रबल दावेदार भी माना जा रहा है।
वहीं, टीम इंडिया की बात करें तो न्यूजीलैंड की अफगानिस्तान के खिलाफ जीत के साथ ही भारत के सेमीफाइनल में क्वालिफाई करने का सपना सिर्फ एक सपना बनकर रह गया।
भारतीय खिलाड़ी IPL के ठीक बाद वर्ल्ड कप में खेले। माना जा रहा था कि इस वजह से भारत की तैयारी बेहतरीन होगी, लेकिन एक बार फिर साबित हो गया कि IPL का अनुभव वर्ल्ड कप में बहुत ज्यादा काम नहीं आता है।
टीम इंडिया वर्ल्ड कप से पहले पिछले एक साल में सिर्फ 12 टी-20 इंटरनेशनल मैच खेल कर आई थी। इनमें से भी 3 मैच श्रीलंका के खिलाफ उस सीरीज में खेले गए जिनमें विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे सितारे नदारद थे। इसके उलट पाकिस्तान ने इस दौरान 26 मैच खेले।
वहीं, साउथ अफ्रीका ने 24, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया ने 21-21 तो इंग्लैंड ने भी 17 मैच खेले थे।
IPL के आखिरी स्टेज तक खेले 6 भारतीय स्टार्स पर फायदा क्या हुआ?
IPL-2021 का आखिरी राउंड यानी प्लेऑफ मुकाबलों की शुरुआत 10 अक्टूबर से हुई। टी-20 वर्ल्ड कप से महज एक सप्ताह पहले। इस राउंड में भारत की वर्ल्ड कप टीम के 6 अहम खिलाड़ी खेले। इनमें कप्तान विराट कोहली, रवींद्र जडेजा, शार्दूल ठाकुर, ऋषभ पंत, वरुण चक्रवर्ती और रविचंद्रन अश्विन शामिल थे।
8 अक्टूबर को मुंबई इंडियंस ने अपना आखिरी मैच खेला। इस टीम में रोहित शर्मा, जसप्रीत बुमराह सहित भारतीय टीम के 6 खिलाड़ी मौजूद थे। यानी वर्ल्ड कप शुरू होने वाला था और लगभग पूरी भारतीय टीम IPL में पसीना बहा रही थी।
सभी को लगा इसका फायदा वर्ल्ड कप में होगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। टीम इंडिया जरूरत से ज्यादा आत्मविश्वास से भरी नजर आई और हम यहीं मात खा गए। हमें लगा IPL में की गई मेहनत हमें विश्व विजेता बना देगी। वहीं, पाकिस्तान ने इंटरनेशनल मैचों पर ज्यादा फोकस किया। टी-20 वर्ल्ड कप में क्या हुआ अब सब आपके सामने है।