समय पर नहीं मिलती प्रोसिडिंग, कांग्रेस के साथ भाजपा सदस्य भी विरोध में

उदयपुर जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक आज दोपहर में जिला परिषद सभागार में हुई। सदस्यों ने बैठक में इस बात को लेकर विरोध जताया कि सदन की बैठकों की प्रोसिडिंग उनको समय पर नहीं मिलती है। वे कहते है कि जब अगली बैठक आ जाती है तो उसके एक या दो दिन पहले प्रोसिडिंग मिलती है।बैठक जिला प्रमुख ममता कुंवर पंवार की अध्यक्षता में शुरू हुई। जब गत 21 जून को हुई साधारण सभा की बैठक कार्यवाही का अनुमोदन करने की बात आई तब सदस्यों ने सबसे पहले शुरूआत में ही इसको लेकर अपना विरोध जताया। कांग्रेस के वरिष्ठ सदस्य ख्यालीलाल सुहालका ने कहा कि सदन की बैठकों की प्रोसिडिंग बैठक के 15 दिन बाद सदस्य को मिल जानी चाहिए लेकिन ऐसा होता नहीं है। सुहालका ने कहा कि पूरी व्यवस्था को बिगाड़ रखा है, वे बोले कि सदस्यों के पास प्रोसिडिंग तीन से चार महीने बाद मिलती हैं। इस बीच भाजपा की पिंकी मांडावत ने भी इस विषय पर अपना विरोध दर्ज कराते हुए कहा कि प्रोसिडिंग भेजने को लेकर कोई व्यवस्था ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि उनको तो यहां आकर मिली है जबकि बैठक होने के कुछ दिनों बाद प्रोसिडिंग मिल जानी चाहिए। बैठक में जिला परिषद के सीईओ हेमेंद्र नागर ने कहा कि आगे इस तरह की समस्या सदस्यों को नहीं होगी और प्रोसिडिंग उनको समय पर मिल जाएगी। बैठक में उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, वल्लभनगर विधायक उदयलाल डांगी, उप जिला प्रमुख पुष्कर तेली सहित प्रधानगण, जिला परिषद सदस्य, अधिकारीगण आदि मौजूद थे।