वकील मंडल का फैसला – घर से भागी को न कानूनी सलाह देंगे न ही लव मैरिज कराएंगे
पाली , रानी जिले के रानी कस्बे के वकील मंडल ने फैसला किया है कि घर से भागकर और माता-पिता की बिना सहमति लव मैरिज करे वाली लड़कियों न कानूनी सलाह देंगे और न ही लव मैरिज कराएंगे। कानूनी तरीके से किसी
प्रकार का प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष सहयोग नहीं करेंगे और न ही किसी प्रकार का दस्तावेज तैयार करेंगे। यह फैसला पाली शहर की चर्चित इंटरकास्ट लव मैरिज के बाद किया है। इस घटना में लड़की के माता- पिता ने ट्रेन से कटकर जान दे दी थी। वकील बोले- यह समाज सुधार की पहल वकील मंडल के अध्यक्ष राजेन्द्र गौतम ने बताया कि सिर्फ रानी के अधिवक्ताओं के इस निर्णय का हो सकता है कोई ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा। लोग अन्य जगह ऐसी कानूनी सलाह व सहायता के लिए जाएंगे। लेकिन रानी वकील मंडल के सदस्यों ने इस धारणा के साथ निर्णय लिया है कि किसी भी समाज सुधार की पहल खुद से शुरू करने से मिसाल तो बन ही सकती है। इकलौता भाई घर छोड़कर चला गया
था। रानी में वकील मंडल ने प्रस्ताव पारित कर सर्व सम्मति से यह फैसला लिया है।
अधिवक्ताओं ने इस प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया कि कानूनी पाली में पूरा परिवार तबाह हो गया बता दें कि पाली शहर में गत 24 जुलाई को 24 साल की सेजल ने घर से भाग कर रोहित सरगरा से इंटरकास्ट मैरिज कर ली थी। पुलिस से मदद मांगते हुए माता-पिता से खतरा बताते हुए पहचानने से भी इनकार कर दिया था। इससे जिससे आहत
होकर पिता अशोक व्यास और मां मीना ने 25 जुलाई को ट्रेन के आगे कूद कर जान दे दी थी। बहन के लव मैरिज से आहत इकलौता भाई गौरव भी घर छोड़ कर चला गया था, जिसे 27 जुलाई को पुलिस ने दिल्ली से दस्तयाब किया था। पेशा अपनी जगह है, उसके साथ हम समाज के बुद्धिजीवी व जिम्मेदार व्यक्ति भी हैं। उनका कहना है कि एक
पिता अपनी कई समस्याओं से जूझते हुए भी बेटी को पालन पोषण कर अपनी सामर्थ्य से अधिक अच्छी शिक्षा देने की कोशिश करता है। इसी दौरान मां-बाप से बगावत कर ऐसी वीभत्स घटनाओं का कारण बनना सभ्य समाज के लिए घातक व शर्मनाक हैं।