उदयपुर से सम्मेदशिखर ट्रेन -1151 यात्रियों को ले कर जाएगी ,12 दिवसीय यात्रा के रूट में हस्तिनापुर

जैन सोशल ग्रुप इंटरनेशनल मेवाड-मारवाड़़ रीजन उदयपुर की ओर से सम्मेद शिखरजी तक की 12 दिवसीय तीथ यात्रा की ट्रेन उदयपुर से 13 अक्टूबर को रवाना होगी। ट्रेन उदयपुर के राणा प्रतापनगर स्टेशन से रवाना होगी। यात्रा वापस 24 अक्टूबर को पुनः उदयपुर पहुंचेगी।
जेएसजी के रीचन चेयरमैन अनिल नाहर ने आज उदयपुर के अशोक नगर स्थित लोकाशाह जैन भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया- इस यात्रा में 20 कोच के माध्यम से 1151 यात्रियों को ले जाया जाएगा। यात्रा के प्रति जैन समाज में इतना उत्साह देखने को मिल रहा है कि अभी भी 400 से ज्यादा यात्रियों की लंबी वेटिंग लिस्ट चल रही है।
उन्होंने बताया- इस मेवाड़-मारवाड़ रीजन की रेल यात्रा में 1151 में से 108 ऐसे यात्री है, जो दिव्यांग, विधवा एवम आर्थिक रूप से यात्रा करने में अक्षम है। उन्हे निःशुल्क और कम दर पर यात्रा करवा रहा है। स्पेशल रेल में ऐसी व नॉन एसी दोनों प्रकार के कोच होंगे। यात्रियों को उनकी पसंद के अनुरुप कोच उपलब्ध करवाया गया है।
ट्रेन में 20 में से एक कोच पेन्ट्री, एक गार्ड एवं एक जनरेटर का होगा। उन्होंने बताया कि यात्रा का जिम्मा मुबंई के कुलीन कुमार एण्ड कंपनी एवं भोजन व्यवस्था सूरत के मशहूर कैटर्स जब्बर भाई पालीवाल को दिया गया है।
चेयरमैन इलेक्ट अरुण माण्डोत ने बताया कि यात्रा उदयपुर से प्रारम्भ हो कर हस्तिनापुर, अयोध्या, काशी, पावापुरी, लछुवाड, राजगीरी, विरायतन,रिजुबलिका महातीर्थ होते हुए सम्मेदशिखर जी पंहुचेगी। 13 अक्टूबर से यात्रा प्रारम्भ होगी और 24 अक्टूबर को पुनः उदयपुर पंहुचेगी। निवर्तमान चेयरमैन मोहन बोहरा ने बताया कि रेल के कोच में सीटों का आवंटन उपलब्धता के अनुरूप पहले आओ, पहले पाओ पर आधार पर किया गया।
सचिव महेश पोरवाल ने बताया कि प्रत्येक यात्री को ओढ़ने का कंबल, एक बड़ा बैग, एक छोटा बैग,तकिया, दिशा निर्देश बुक, टोपी तथा अन्य सामान का किट यात्रा संघ द्वारा दिया जा रहा है। इस यात्रा में 11 चिकित्सक की टीम को भी साथ ले जाया जा रहा है। मुख्य संयोजक मनमोहन राज सिंघवी ने बताया कि यात्रियों को प्रतिदिन पानी की तीन बोतल दी जायेगी। समय-समय पर यात्रियों को नाश्ता, दोपहर एवं शाम को भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।