बिना स्वीकृति के हुए निर्माण पर UIT ने चलाया बुलड़ोजर, नोटिस के बावजूद चल रहा था काम
उदयपुर में रविवार को नगर विकास प्रन्यास (यूआईटी) ने ईको सेंसिटिव जोन में कार्रवाई करते हुए बिना स्वीकृति के बने पक्के निर्माण को ध्वस्त किया गया। इस निर्माण को रिसोर्ट का के रूप में बनाया हुआ था। टीम ने इसमें बने 5 कॉटेज को तोड़ा और इस क्षेत्र में नियमों के विपरीत बने अन्य भवनों पर कार्रवाई की चेतावनी दी।
आज सवेरे यूआईटी की टीम बड़ी क्षेत्र में पहुंची वहां पर ईको सेंसिटिव जोन में हुए कंस्ट्रक्शन पर कार्रवाई की। बिना स्वीकृति के बनाए जा रहे रिसोर्ट पर बुलडोजर चलाया। मौके पर यूआईटी के सचिव नितेंद्र पाल सिंह के साथ पूरी टीम थी। करीब एक बीघा जमीन पर ये निर्माण किया जा रहा था। यूआईटी ने यह कार्रवाई सुबह करीब 5.30 बजे से शुरू की जिसमें सचिव के साथ ओएसडी सावन कुमार, एलएओ मनसुख डामोर के साथ राजस्व से लेकर इंजीनियरिंग विंग के सभी प्रमुख अधिकारी व स्टाफ के साथी थे। सचिव ने बताया कि ये क्षेत्र इको सेंसिटिव जोन में आता है और जो बहाव क्षेत्र है जहां से बारिश का पानी जाता है उसी में निर्माण कर दिया गया था। यूआईटी की टीम कई बार काम रुकवा कर गई और पाबंद किया। उसके बावजूद भी ये निर्माण कार्य जारी था। जैसे ही टीम को वापस काम शुरू करने की सूचना मिली तो आज यह कार्रवाई की गई। यूआईटी सचिव ने बताया कि बड़ी क्षेत्र में मेहंदी कुतुब ने यह निर्माण कृषि भूमि पर बिना स्वीकृति के किया था। यूआईटी ने 10 अगस्त को एक नोटिस देकर ये निर्माण हटाने को भी कहा लेकिन इसकी पालना नहीं की गई थी।