‘खेल रत्न’ बनेंगे पंजाब के मनप्रीत:हॉकी इंडिया के कप्तान को राष्ट्रपति देंगे अवॉर्ड; टोक्यो ओलिंपिक में 41 साल बाद जीता था ब्रॉन्ज मेडल

टोक्यो ओलिंपिक 2020 में इतिहास रचने वाले भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह देश के खेल रत्न होंगे। उनकी अगुवाई में टीम ने 41 साल बाद ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। शनिवार दोपहर बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद उन्हें मेजर ध्यान चंद अवॉर्ड प्रदान करेंगे। मनप्रीत पंजाब में जालंधर के रहने वाले हैं। पहले उनका चयन अर्जुन अवॉर्ड के लिए हुआ था। हालांकि बाद में उन्हें खेल के सर्वोच्च सम्मान खेल रत्न के लिए चुन लिया गया।
मनप्रीत का जुनून: कमरे में बंद किया तो दीवार फांद हॉकी खेलने पहुंच जाते
जालंधर के मिट्ठापुर के रहने वाले मनप्रीत का हॉकी के प्रति जुनून भाइयों को देखकर शुरू हुआ। उनके बड़े भाई अमनदीप सिंह और सुखराज सिंह हॉकी खेलते थे। वह भी खेल देखने जाते थे। परिवार के लोगों को मनप्रीत की चिंता रहती कि कहीं उन्हें चोट न लग जाए। कई बार उन्हें ग्राउंड में जाने से रोकने की कोशिश हुई। उन्हें कमरे में बंद किया जाता तो वे दीवार फांदकर हॉकी खेलने ग्राउंड पहुंच जाते थे।
जूनियर प्लेयर ऑफ द ईयर से लेकर सर्वश्रेष्ठ हॉकी खिलाड़ी बन चुके
मनप्रीत की हॉकी के सफर में कई अहम उपलब्धियां रही हैं। जिसके लिए 2014 में उन्हें एशिया के जूनियर प्लेयर ऑफ द ईयर का खिताब मिला। 2019 में अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ ने उन्हें सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का खिताब दिया। मनप्रीत एशियन, कॉमनवेल्थ गेम्स में कई गोल्ड मेडल जीत चुके हैं।
3 दिन पहले बेटी के पिता बने मनप्रीत
हॉकी कप्तान मनप्रीत के लिए दोहरी खुशी का मौका है। उनके घर बेटी का जन्म हुआ है। 10 नवंबर को ही मनप्रीत ने ट्वीट के जरिए बताया कि अब वह 3 हो गए हैं। बेटी का नाम जैसमीन रखा गया है। मनप्रीत ने पिछले साल दिसंबर महीने में मलेशिया की रहने वाली इली सादिक से शादी हुई थी। इली से मनप्रीत की मुलाकात 2012 में मलेशिया में हुए सुल्तान जौहर कप के दौरान हुई थी। मनप्रीत जूनियर भारतीय हॉकी टीम के कप्तान थे। वहां इली भी मैच देखने आई थी, जहां वह एक-दूसरे को दिल दे बैठे।