टिकट के लिए नेताओं ने जयपुर में डेरा डाला:बीजेपी के लिए रणधीर सिंह भींडर सिरदर्द, एक धड़ा भींडर को बीजेपी से टिकट देने के पक्ष में, धुर-विरोधी कटारिया बोले- ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं आया ना ही चर्चा

वल्लभनगर विधानसभा उपचुनाव में टिकट को लेकर दावेदारों ने अब जयपुर में डेरा डाल लिया है। कांग्रेस से दावेदार देवेंद्र शक्तावत, भीम सिंह चूंडावत, राजसिंह झाला और औंकारलाल मेनारिया दो दिन से जयपुर थे। अब वल्लभनगर से कांग्रेस की दावेदार प्रीति शक्तावत भी जयपुर पहुंच गई हैं। कांग्रेस में जहां शक्तावत परिवार के बीच चल रहे आपसी मतभेद को सुलझाना टेढ़ी खीर है। वहीं बीजेपी के लिए भी टिकट की माथापच्ची है। जनता सेना के रणधीर सिंह भींडर पर भी बीजेपी विचार कर रही है। रणधीर सिंह भींडर भी खुद शनिवार शाम तक जयपुर पहुंचेंगे।
वल्लभनगर में त्रिकोणीय संघर्ष के चलते भाजपा का उच्च नेतृत्व रणधीर सिंह भींडर को टिकट देने पर भी विचार कर रहा है। वासुदेव देवनानी और डॉ. अल्का गुर्जर ने शुक्रवार को वल्लभनगर में भाजपा के दावेदारों से चर्चा की रिपोर्ट प्रदेश नेतृत्व को सौंप दी। मगर भाजपा नेतृत्व को यह मालूम है कि अगर भींडर जनता सेना से लड़ते हैं तो भाजपा के लिए मुश्किल खड़ी कर सकते हैं। वहीं बीजेपी में भी दावेदारी को लेकर खींचतान के बीच कायम रहना मुश्किल है। वल्लभनगर में रणधीर सिंह भींडर और शक्तावत परिवार की अच्छी पकड़ है। ऐसे में भींडर को अगर बीजेपी से टिकट मिलता है तो इसका फायदा बीजेपी को हो सकता है।

कटारिया बोले : इस तरह का कोई प्रस्ताव नहीं, ना ही चर्चा
भींडर को लेकर भाजपा में खिचड़ी पक रही है। भींडर और भाजपा दोनों इसे सामने से नहीं स्वीकार रहे हैं, मगर अंदरखाने भाजपा में यह चर्चा का विषय है। इधर इसे लेकर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि इस तरह का कोई प्रस्ताव ना तो रणधीर सिंह भींडर से आया है। ना ही इसपर कोई चर्चा है। कोर कमेटी निर्णय करेगी। बता दें कि गुलाबचंद कटारिया और भींडर के बीच अदावत है, ऐसे में यह माना जा रहा है कि कटारिया की मर्जी के बगैर भींडर को बीजेपी से टिकट मिलना मुश्किल है।
इधर सीपी जोशी, प्रताप सिंह खाचरियावास से मिली प्रीति
इधर पूर्व विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत की पत्नी प्रीति शक्तावत ने जयपुर में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी, प्रभारी मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और मंत्री उदयलाल आंजना से मिली। उनके मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलने का भी कार्यक्रम है। प्रीति ने भास्कर को बताया कि यह सिर्फ शिष्टाचार मुलाकातें थी, हम सब एक हैं। पार्टी जिसे भी अपना सिम्बल देगी सब मिलकर एक साथ कांग्रेस को जिताने के लिए लड़ेंगे।