उदयपुर का हैल्थ डिपार्टमेंट एक्शन में:फतेहपुरा इलाके में खुलेआम नकली घी बेच रही थी दो लड़कियां, नकली माल के साथ पकड़ा
उदयपुर के स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत दो युवतियों को नकली घी बेचते हुए पकड़ा। मिलावटी और अमानक खाद्य पदार्थ बेचने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने डिकॉय ऑपरेशन को अंजाम दिया। उदयपुर के सीएमएचओ डॉ. दिनेश खराड़ी के नेतृत्व में टीम ने फतेहपुरा इलाके में सेवा मंदिर के पास नकली घी बेच रही दो युवतियों को पकड़ लिया।
सीएमएचो को फोन पर मिली शिकायत
डॉ. दिनेश खराड़ी ने बताया कि शिकायतकर्ता ने फोन पर बताया कि फतेहपुरा इलाके के आसपास कुछ महिलाएं 200 से 250 रुपए किलो में नकली घी बेचे रही हैं। इस पर तुरंत संज्ञान लेते हुए खाद्य सुरक्षा अधिकारी अशोक गुप्ता को कार्यवाही करने के लिए कहा। टीम अंबामाता थाने से संपर्क कर महिला कॉन्स्टेबल के साथ मौके पर पहुंची। शिकायतकर्ता की बताई गई जगह पर छानबीन करने पर सेवा मंदिर के सामने दो युवतियां पांच- पांच किलो के कंटेनर में नकली घी बेचते मिली। पूछताछ करने पर इन युवतियों के पास ना तो फूड लाइसेंस मिला और ना ही इस बारे में वे कोई संतोषप्रद जवाब दे पाई।
युवतियां को थाने लाकर की पूछताछ
टीम ने मौके पर ही माल को जब्त कर युवतियों को पूछताछ के लिए महिला कॉन्स्टेबल के साथ अंबामाता थाने लाया गया। जहां पर मिलावटी घी का नमूना लेने सहित अन्य आवश्यक कार्रवाई की गई। पूछताछ के दौरान पता चला कि ये दोनों युवतियां रेलवे स्टेशन के पास शिवाजी नगर कच्ची बस्ती की रहने वाली हैं। पिछले कई दिनों से घर घर जाकर नकली घी बेचने का काम कर रही है।
सीएमएचओ की अपील : कुछ भी खरीदें तो बिल जरूर लें
इसे लेकर डॉक्टर खराड़ी ने आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि जब भी आप कोई खाद्य पदार्थ, घी, तेल इत्यादि खरीदें तो प्रमाणित जगह से ही खरीदें। साथ ही इसका बिल जरूर लें। जहां पर भी मिलावटी वस्तुएं बेचने की शंका हो तो इसकी सूचना तुरंत स्वास्थ्य विभाग को देवें।स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई में महिला कांस्टेबल मीरा यादव, कांस्टेबल संदीप कुमार, हेल्थ इंस्पेक्टर चंद्र प्रकाश पूर्बिया शामिल रहे।