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आज भारत को मिलने जा रहा Aircraft C-295

भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) को आज उसका पहला C-295 टैक्टिकल मिलिट्री ट्रांसपोर्ट प्लेन मिल जाएगा। इसे लेने के लिए वायुसेना प्रमुख एयर मार्शल वीआर चौधरी स्पेन के सेवील में हैं। भारत में इसे टाटा कंपनी बनाएगी. स्पेन में इसे एयरबस बना रही है। Indian Air Force के प्रमुख एयर मार्शल वीआर चौधरी स्पेन के सेवील शहर में हैं। आज यानी 13 सितंबर 2023 को भारतीय वायुसेना को पहला C-295 टैक्टिकल मिलिट्री ट्रांसपोर्ट प्लेन मिलने वाला है। फिलहाल वायुसेना के पायलट्स के पहले बैच ने इस विमान को उड़ाने की ट्रेनिंग ले ली है। दूसरे बैच के ट्रेनिंग की तैयारी चल रही है।

क्रूः दो लोग उड़ाते हैं, क्षमताः 73 सैनिक या 48 पैराट्रूपर्स या 12 स्ट्रेचर इंटेसिव केयर मेडवैक या 27 स्ट्रेचर मेडवैक के साथ 4 मेडिकल अटेंडेंट ले जा सकता है. अधिकतम 9250 KG वजन उठा सकता है.  रेंज: 1277 से 4587 किलोमीटर तक (वजन के मुताबिक), गतिः अधिकतम 482 किलोमीटर प्रतिघंटा,    अधिकतम ऊंचाईः 13,533 फीट, विंगस्पैन: 84.8 फीट, लंबाई: 80.3 फीट, ऊंचाई: 28.5 फीट, फ्यूलः 7650 लीटर, छोटे रनवे पर टेकऑफ-लैंडिंग: इसे टेकऑफ करने के लिए 844 मीटर से 934 मीटर लंबाई वाला रनवे चाहिए, उतरने के लिए सिर्फ 420 मीटर का।
हथियार: इसमें छह हार्डप्वाइंट्स होते हैं। यानी हथियार और बचाव प्रणाली लगाने की जगह। दोनों विंग्स के नीचे तीन-तीन, या फिर इनबोर्ड पाइलॉन्स हो सकते है। जिसमें 800 किलोग्राम के हथियार लगाए जा सकते हैं।

स्पेन और भारत के बीच 56 विमान बनाने का समझौता है। पहले 16 विमान स्पेन में बनेंगे। बाकी के 40 को टाटा एडवांस सिस्टम्स लिमिटेड (TASL) बनाएगी। टाटा वडोदरा में फैक्ट्री बना रहा है। फैक्ट्री 2026 तक बन जाएगी। टाटा ने पिछले साल नवंबर से 40 सी295 विमानों के लिए मेटल कटिंग का काम शुरू कर दिया है। हैदराबाद फिलहाल इसकी मेन कॉन्स्टीट्यूंट एसेंबली है। वहां पर कई पार्ट्स जमाएंगे। हैदराबाद फैसिलिटी एयरक्राफ्ट के प्रमुख हिस्सों को फैब्रिकेट करेगी इसके बाद उसे वडोदरा भेजा जाएगा। वडोदरा में सभी C-295 विमान को अंतिम रूप दिया जाएगा। जिसमें इंजन लगेगा, इलेक्ट्रॉनिक्स सेट किए जाएंगे। इसके बाद उसे वायुसेना को दिया जाएगा ।

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