Rajasthan State Udaipur Weather

कार्तिक में सावन जैसी झड़ी:39 साल बाद ऐसी मावठ.झाड़ोल में पौने 4, शहर में 1.5 इंच पानी गिरा, 13 उड़ानें रद्द, उदयसागर पर 1 इंच चादर

जिले में बुधवार को सीजन की पहली, लेकिन रिकॉर्ड मावठ गिरी। 39 साल में ऐसा पहली बार था, जब नवंबर में शहर में करीब डेढ़ इंच (38 मिमी) और झाड़ोल में सबसे ज्यादा पौने 4 (87 मिमी) पानी बरसा। लगातार बारिश से दिन का पारा बीते 24 घंटे के मुकाबले 9.8 डिग्री गिरकर 15.6 हो गया, जबकि न्यूनतम तापमान 4.8 डिग्री उछलकर 14 डिग्री हो गया। यानी दिन-रात का पारा लगभग बराबर रहा। बुधवार को यह 25.4 और 9.2 डिग्री था। मौसम बिगड़ने के कारण उदयपुर से कोलकाता, दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरू, अहमदाबाद और जयपुर के लिए 13 फ्लाइट्स कैंसल हो गईं।

एयरपोर्ट पर 1500 से ज्यादा यात्रियों को परेशान होना पड़ा। शहर में सुबह करीब साढ़े 5 बजे बरसात शुरू हुई, जो देर शाम तक बनी रही। मौसम विभाग जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि पूर्वी हवाओं और पश्चिमी विक्षोभ से यह सिस्टम बना है। उदयपुर सहित कोटा संभाग में दिनभर बारिश हुई। दो दिन ऐसा ही मौसम रहेगा। मौसम विशेषज्ञ प्रो. नरपतसिंह राठौड़ ने बताया कि चार दिन पहले कर्नाटक के पश्चिम में मध्य अरब सागर में अवदाव बना था, जो उत्तर की ओर बढ़कर महाराष्ट्र व गुजरात सीमा पर उत्तर-पूर्व दिशा में मुड़ते हुए मेवाड़-वागड़ और हाड़ौती में बरसा है।

मावठ रबी फसलों के लिए फायदेमंद रहेगी। उदयपुर में इससे पहले सन 1982 के नवंबर में सबसे ज्यादा 97 मिलीमीटर पानी बरसा था। इधर, विभाग का कहना है कि शुक्रवार को उदयपुर सहित कोटा, जोधपुर, अजमेर व जयपुर संभाग के जिलों में मेघगर्जन, बिजली चमकने के साथ हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश की संभावना है। कोटा, उदयपुर संभाग के जिलों में 21 नवंबर से इस सिस्टम का असर खत्म होगा और मौसम शुष्क रहेगा।

50% बच्चे स्कूल नहीं पहुंच पाए

सुबह बारिश की शुरुआत के साथ सबसे पहले स्कूली बच्चों की परेशानी बढ़ गई। ज्यादातर स्कूलों में पहली से 5वीं कक्षा तक उपस्थिति 50 फीसदी रह गई। जो बच्चे स्कूल गए, वे स्वेटर के साथ कई बच्चे रेन कोट पहने, छाते लिए निकले। दोपहर में वापसी के समय भी ऐसी ही परेशानी हुई। शहर में गुरुवार को सावे भी थे। रिमझिम के बीच बिंदोलियां निकलीं। एक शादी में घोड़ी पर दूल्हा भी छाता लिए था। रबी के लिए यह पानी अमृत, चना व सरसों के लिए खतरा : एमपीयूएटी के अनुसंधान निदेशक एसके शर्मा ने बताया कि यह मावठ रबी फसलाें के लिए फायदेमंद है।

रबी की बुआई 15 अक्टूबर से शुरू हाे जाती है और 15 नंवबर के आस-पास सिंचाई का समय अा जाता है। गेहूं में अभी सिंचाई का समय है। ऐसे मे और अभी मावठ आना काफी फायदेमंद साबित हाेगा। गेहूं में 3-4 दिन तक ऐसा मौसम रहे ताे भी नुकसान नहीं है। हालांकि चना-सरसाें में बीमारियां लग सकती हैं। फिलहाल गुरुवार की बात करें ताे सभी फसलाें के लिए बारिश अच्छी है।

मुंबई की 2 फ्लाइट अहमदाबाद ले जानी पड़ी, एयरपोर्ट पर 1500 यात्री कोहरे के कारण नहीं भर सके उड़ान

उदयपुर | खराब मौसम और विजिबिलिटी कम होने से डबोक एयरपोर्ट पर किसी भी फ्लाइट की लैंडिंग नहीं हो पाई। मुंबई से सुबह आने वाली दो उड़ाने अहमदाबाद ले जानी पड़ी, जबकि उदयपुर से दिल्ली जाने वाली 5, मुम्बई की 2, जयपुर की 2, अहमदाबाद, बेंगलुरू, चेन्नई और कोलकाता जाने वाली एक-एक फ्लाइट रद्द कर दी गईं। दिल्ली से आने वाली 3, मुम्बई से 2, जयपुर, अहमदाबाद से आने वाली एक-एक फ्लाइट कैंसिल कर दी गई।

फ्लाइट्स रद्द होने से उदयपुर से दिल्ली-मुंबई-कोलकाता-चेन्नई-अहमदाबाद-जयपुर-बैंगलुरू जाने-आने वाले करीब साढ़े तीन हजार यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। उदयपुर, राजसमंद, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, सिरोही, पाली सहित देश के विभिन्न हिस्सों से आने-जाने वाले हवाई यात्रियों को दिनभर एयरपोर्ट पर मौसम के साफ होने का इंतजार रहा, लेकिन देररात तक मौसम में सुधार नहीं होने की वजह से 1500 से ज्यादा यात्रियों को एयरपोर्ट से बैरंग लौटना पड़ा। थके हुए यात्रियों के लिए एयरपोर्ट डायरेक्टर नंदिता भट्ट ने कई यात्रियों के लिए चाय-नाश्ते की भी व्यवस्था करवाई।

मानसून भी नहीं छलका पाया था उदयसागर झील

मावठ की बारिश से झीलों में भी पानी की आवक हो गई। उदयसागर छलक गया। 1 इंच चादर चलते हुए, गुरुवार दिन में झील में 8 इंच पानी की आवक हुई है, 24 फीट भराव क्षमता वाले बांध में बुधवार तक जलस्तर 23. 4 था।

 

 

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